बिहार चुनाव 2025: जदयू के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री जय कुमार सिंह ने आज पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी में विधानसभा टिकट बेचे जा रहे हैं। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की स्वास्थ्य स्थिति का लाभ उठाते हुए कुछ नेता अपने फायदे के लिए काम कर रहे हैं। ऐसे लोगों को जानबूझकर पार्टी से बाहर किया जा रहा है जो नीतीश कुमार के करीबी हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि शाहाबाद क्षेत्र में एनडीए को बड़ा नुकसान हो सकता है और गठबंधन धीरे-धीरे सवर्ण मतदाताओं से दूरी बना रहा है।जय कुमार सिंह का राजनीतिक करियर बिहार की राजनीति में जदयू के अहम नेताओं में गिना जाता है। राजपूत समुदाय से आने वाले सिंह की इस वर्ग में मजबूत पकड़ है। उन्होंने 2005 में जदयू को जॉइन किया और राजनीति में सक्रिय भूमिका निभानी शुरू की। सिंह दिनारा विधानसभा सीट से तीन बार विधायक बने — 2005, 2010 और 2015 में। लेकिन 2020 के चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इस बार 2025 में पार्टी ने उनका टिकट काट दिया, जिसके बाद उन्होंने नाराज होकर इस्तीफा दे दिया। अपने राजनीतिक सफर में वे नीतीश कुमार मंत्रिमंडल में कई अहम विभागों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।गौरतलब है कि एनडीए में सीट-sharing की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। भाजपा और जदयू 101 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 29 सीटें दी गई हैं, जबकि अन्य सहयोगियों को 6-6 सीटें मिली हैं। बताया जा रहा है कि भाजपा की एक सहयोगी पार्टी 40-45 सीटों की मांग पर अड़ी हुई थी, जबकि भाजपा केवल 25 सीटें देने पर सहमत थी। कुछ नेताओं का कहना है कि अगर भाजपा से समझौता नहीं हुआ, तो वे प्रशांत किशोर के साथ जाने पर भी विचार कर सकते हैं।
